पंख फैला औ उडान भरे जा, ज़िन्दगी को जिए जा, आंसुओं को पीये जा। पंख फैला औ उडान भरे जा, ज़िन्दगी को जिए जा, आंसुओं को पीये जा।
मन सारथी को कृष्ण बना लिया है मैंने रोक सको तो ............ मन सारथी को कृष्ण बना लिया है मैंने रोक सको तो ............
लकीरों में नहीं कर्म से, सींच अपने भाग्य का मंजर I लकीरों में नहीं कर्म से, सींच अपने भाग्य का मंजर I
कर सकूँ कुछ ऐसा...। कर सकूँ कुछ ऐसा...।
यूं तो बस चार दिन की है ज़िन्दगी, पर जीना हो तो हर दिन इतवार है ! यूं तो बस चार दिन की है ज़िन्दगी, पर जीना हो तो हर दिन इतवार है !
जिंदगी हसीन है जो इसमें तुम सब हो, दर्द दर्द नहीं जब तुम साथ हो। जिंदगी हसीन है जो इसमें तुम सब हो, दर्द दर्द नहीं जब तुम साथ हो।